Monday, April 23, 2012

'रईस फ़कीर..'



...


"खामोशी के दरीचे..
खेंच लकीर..
मुनाफा कमा गए..
रईस फ़कीर..
खुदा-ए-खुदाई..
वल्लाह..!!"

...

1 ...Kindly express ur views here/विचार प्रकट करिए..:

चन्द्र भूषण मिश्र ‘ग़ाफ़िल’ said...

बहुत ख़ूब!!