Monday, September 22, 2014

'हर्फ़..'





...

"तेरी इक छुअन से..
खिल उठी..
उंगलियाँ मेरी..

बरबस..
हर्फ़ महकने लगे हैं..!!"

...

2 ...Kindly express ur views here/विचार प्रकट करिए..:

दिगम्बर नासवा said...

जादो है उनकी छुवन ...

priyankaabhilaashi said...

धन्यवाद दिगंबर नास्वा जी..!!