
आदरणीया 'दी' के जन्मदिवस के उपलक्ष्य में..एक छोटी-सी भेंट..!!!
प्रभु जी आपको सुख, समृद्धि, संपन्नता, सद्बुद्धि और ढेर सारी खुशियाँ प्रदान करें..!! आप पर सदैव अपनी कृपादृष्टि बनायें रखें..!!!
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"खुशियाँ चमकती हैं..
आकाश में जब कभी..
फसलें लहलहाती हैं..
खलियान में जब कभी..
उषा मटमटियाती है..
सुनहरी चादर में जब कभी..
मंज़री गुनगुनाती है..
अमिया-देहरी में जब कभी..
नदिया कलकलाती है..
पाषाण-ह्रदय में जब कभी..
तुम बिखेरती हो..
काजल में रंग..
तुम मलती हो..
पुष्प में गंध..
तुम लुटाती हो..
तारे में अभिलाषा..
तुम सजाती हो..
जीवन में परिभाषा..
धन्य हुई..
पा तुमको..
कृतज्ञपूर्ण वंदन..
कर लो स्वीकार..
इस बावरी को..
'दी'..!!!"
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