Tuesday, August 13, 2013
'सरसराहट..'
...
"लौटा सकोगे..
करवट की सिलवट..
सिमटती आहें और बाँहें..
गर्माहट और सरसराहट..
तपती रूह..सुलगते जिस्म..
इंतज़ार करुँगी..
शबाब के जवाब का..
अलाव के बहाव का..
कंबल के संबल का..!!
प्यार के अधिकार का..!!"
...
--दफ़अतन चली पुरवाई..फैली हर ओर तन्हाई..
Labels:
बेबाक हरारत..
10 ...Kindly express ur views here/विचार प्रकट करिए..:
आपने लिखा....
हमने पढ़ा....
और लोग भी पढ़ें;
इसलिए आज बुधवार 14/08/2013 को http://nayi-purani-halchal.blogspot.in ....पर लिंक की जाएगी.
आप भी देख लीजिएगा एक नज़र ....
लिंक में आपका स्वागत है .
धन्यवाद!
धन्यवाद यशोदा अग्रवाल जी..!!
आभारी हूँ..
बहुत ही बढ़िया
स्वतन्त्रता दिवस की हार्दिक शुभ कामनाएँ!
सादर
बहुत बढ़िया प्रस्तुति ..
superb...
इन तन्हाइयों में बस खामोशी होगी हवा की ...
गहरे जज्बात ...
स्वतंत्रता दिवस की बधाई और शुभकामनायें ...
धन्यवाद यशवंत माथुर जी..!!!
धन्यवाद कविता रावत जी..!!
धन्यवाद सुषमा 'आहुति' जी..!!
धन्यवाद दिगम्बर नासवा जी..!!
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