Monday, October 18, 2010

'ईमानदारी..'


...

"मुस्कुरा सके ज़माना..
अक्स छुपाये रखा..
ईमानदारी को बहाना..
मेरा साक़ी समझा..!!"

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2 ...Kindly express ur views here/विचार प्रकट करिए..:

संजय भास्‍कर said...

गजब कि पंक्तियाँ हैं ...

priyankaabhilaashi said...

धनयवाद संजय भास्कर जी..!!