Friday, July 11, 2025

दोस्त..





...

"हर दफ़ा था जो समां...
आज भी वो ही मिला..
तुम तक पहुँचने का..
फ़क़त रास्ता वो ही मिला..
दूरियों के दौर में..
दोस्त एक ऐसा भी मिला..
थमता ठहरता गहरा समंदर..
तोहफ़ा खूबसूरत कुछ यूँ मिला..!!"

...❣️

--#प्रियंकाभिलाषी

1 ...Kindly express ur views here/विचार प्रकट करिए..:

सुशील कुमार जोशी said...

सुन्दर