Saturday, February 27, 2010

'ख्याल..'

...

"साकी को हुआ..
फिर मलाल है..
क्यूँ सहमा-सहमा..
हर सवाल है..
फिज़ा से पूछो..
रंगत का उलझना..
रूह से चिपका..
वो ही ख्याल है..!"

...

2 ...Kindly express ur views here/विचार प्रकट करिए..:

priyankaabhilaashi said...

धन्यवाद सुमन जी..!!

संजय भास्‍कर said...

बहुत खूब, लाजबाब !