कितनी देर कमेन्ट बाक्स ढूँढती रही। सुन्दर रचना गागर मे सागर । चंद लम्हें भी कई बार पूरे जीवन पर छा जाते हं। शुभकामनायें।
बहुत ही सशक्त भावपूर्ण और सुंदर...
धन्यवाद निर्मला कपिला जी..!!
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कितनी देर कमेन्ट बाक्स ढूँढती रही। सुन्दर रचना गागर मे सागर । चंद लम्हें भी कई बार पूरे जीवन पर छा जाते हं। शुभकामनायें।
बहुत ही सशक्त भावपूर्ण और सुंदर...
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