Thursday, December 22, 2011

'हकीकत-ए-शबाब..'




...


"चमकते जिस्म..
बहकते ख्वाब..

हकीकत-ए-शबाब..!!!"

...

3 ...Kindly express ur views here/विचार प्रकट करिए..:

चन्द्र भूषण मिश्र ‘ग़ाफ़िल’ said...

भई वाह! बहुत सुन्दर प्रस्तुति
बस
कस्म गोया तेरी खायी न गयी

priyankaabhilaashi said...

धन्यवाद अतुल श्रीवास्तव जी..!!

priyankaabhilaashi said...

धन्यवाद चन्द्र भूषण मिश्र 'गाफिल' जी..!!