Sunday, September 30, 2012
'किश्तें..'
...
"जिस्म के रिश्ते..
नासूर दे जाते हैं..
अक्सर..
बेवज़ह मरहम..
लगा जाते हैं..
अक्सर..
ज़रा..
गम-ए-जुदाई..
उधार दे जाना..
किश्तें चुकानी हैं..!"
...
Writer/शब्दों के कारोबारी..
priyankaabhilaashi
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9/30/2012 01:57:00 AM
6
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बेज़ुबां ज़ख्म..
Thursday, September 27, 2012
'फरेबी व्यापार..'
...
"क्या ह्रदय बिलखता नहीं..
स्वयं पर अत्याचार से..
क्या लहू खौलता नहीं..
क्षण-क्षण के संहार से..
क्या स्मृति क्षीण होती नहीं..
नृशंस व्यवहार से..
क्या अंतरात्मा चोटिल होती नहीं..
जघन्य प्रचार से..
कहो, कब मिलेगा विराम..
फरेबी व्यापार से..!!"
...
Writer/शब्दों के कारोबारी..
priyankaabhilaashi
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9/27/2012 11:40:00 AM
2
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ज्वलनशील-कथन..
Wednesday, September 26, 2012
'कुकर की सीटी..'
कृपया बात करते समय अपने kitchen में जाकर पहले बर्नर को ऑफ कर दें..आप सुन रहे हैं ना..???
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"उफ़..
कितनी बेवफ़ा..
ये कुकर की सीटी..
कितने गिरते-संभलते..
जी-भर कोशिश करते..
लफ्ज़..
आते हैं ज़ुबां..
जब कभी..
धमम...म..म..
बज जाती है..
सीटी-ए-हिज्र .!!
...
Writer/शब्दों के कारोबारी..
priyankaabhilaashi
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9/26/2012 01:38:00 AM
9
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हल्का-फुल्का..
'टोकरी रंगों-वाली..'
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"इन खाली चौकौरों में भर दो अपनी लाली..
विरक्त लगे जब कभी मेरी जीवन-डाली..
निकाल फेंकना मुझपर टोकरी रंगों-वाली..
सहज स्वीकारुंगी स्नेही-विशिष्टता निराली..!!!"
...
Writer/शब्दों के कारोबारी..
priyankaabhilaashi
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9/26/2012 12:01:00 AM
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'दी..'
Monday, September 24, 2012
'तुम्हारा प्यार..'
...
"तुम्हारा प्यार..
एकदम जिद्दी..
बिलकुल मुसलाधार बारिश जैसा..
कितना ही बचने की कोशिश करो..
भिगो जाता है..
रूह की सतह तक..!!"
...
Writer/शब्दों के कारोबारी..
priyankaabhilaashi
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9/24/2012 09:22:00 AM
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रूमानियत..
'वजूद-ए-लहर..'
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"काश..
बँध सकते..
रेत पे साहिल के घरोंदे..
पड़ता है टूटना..
हर पल..
फ़क़त..
बचाने..
वजूद-ए-लहर..!!"
...
Writer/शब्दों के कारोबारी..
priyankaabhilaashi
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9/24/2012 02:21:00 AM
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दास्तान-ए-दिल..
Saturday, September 22, 2012
'नसीब..'
...
"यूँ लगता है..
खो गयी..
एक बार फिर..
टूट गयी..
बन सितारा..
एक बार फिर..
दुआ ये ही अता हुई हो..
शायद..
नसीब मेरे..!!"
...
"यूँ लगता है..
खो गयी..
एक बार फिर..
टूट गयी..
बन सितारा..
एक बार फिर..
दुआ ये ही अता हुई हो..
शायद..
नसीब मेरे..!!"
...
Writer/शब्दों के कारोबारी..
priyankaabhilaashi
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9/22/2012 08:39:00 AM
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दास्तान-ए-दिल..
Friday, September 21, 2012
'आकाश ..'
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"विषम परिस्थिति क्या गिरायेगी मनोबल मेरा..
रख दूँ कदम हौसला-भर, वो ही आकाश मेरा..!!"
...
"विषम परिस्थिति क्या गिरायेगी मनोबल मेरा..
रख दूँ कदम हौसला-भर, वो ही आकाश मेरा..!!"
...
Writer/शब्दों के कारोबारी..
priyankaabhilaashi
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9/21/2012 01:30:00 AM
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प्रेरणादायी सन्देश..
Wednesday, September 19, 2012
'अवशेष..'
...
"शब्द सूक्ष्म-भाव क्या जानें..
कोमल कोशिकाओं की मानें..
ह्रदय-पट्ट खोल ठाने..
प्रवेश तुम्हारा पाने..
क्षेत्रफल गोलार्ध छाने..
चले रंगमंच लाने..
पहुँचे भाव जगाने..
जीवन-प्रवेश रमाने..
आओ, अवशेष थमाने..!!"
...
Writer/शब्दों के कारोबारी..
priyankaabhilaashi
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9/19/2012 02:51:00 AM
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रूमानियत..
'दिल..'
...
"मुड़ जाते हैं..
रास्ते सारे..
खुद-ब-खुद..
तेरी ओर..
गर्द हो भारी..
या तूफ़ानी चिंगारी..
लकीरों पे काबीज़..
राज़दां, मैं दिल हारी..!!"
...
Writer/शब्दों के कारोबारी..
priyankaabhilaashi
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9/19/2012 12:23:00 AM
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रूमानियत..
Tuesday, September 18, 2012
'बारिश..'
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"भीग जाने दो..
बारिश की बूंदों को..
ज़रा..
जन्मों से बोझिल साँसें..
भरती नहीं दम ज़रा..!!"
...
Writer/शब्दों के कारोबारी..
priyankaabhilaashi
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9/18/2012 11:06:00 AM
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बारिश..
'तनहा..'
...
"ग़मज़दा..
गुमशुदा..
तनहा..!!!"
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Writer/शब्दों के कारोबारी..
priyankaabhilaashi
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9/18/2012 05:59:00 AM
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त्रिवेणी..
Thursday, September 13, 2012
'तुम..'
...
"लकीरें - कुछ गहरी, कुछ हल्की..
गिरफ्त - कुछ मज़बूत, कुछ कमज़ोर..
जज़्बात - कुछ उत्तेजित, कुछ भावुक..
तुम - कुछ साँसें, कुछ मैं..
मैं - कुछ तुम, कुछ तुम, कुछ तुम, सब कुछ तुम....!!!"
...
Writer/शब्दों के कारोबारी..
priyankaabhilaashi
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9/13/2012 04:05:00 AM
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बेबाक हरारत..
Wednesday, September 12, 2012
'ए-पथिक..'
...
"सूर्य-किरण से बहता..
अनंत प्रताप..
झर-झर झरो..
बलशाली अनुताप..
उठो..ए-पथिक..
त्यागो विकार..
पग-पग परिश्रम..
जीवन-आधार..!!
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Writer/शब्दों के कारोबारी..
priyankaabhilaashi
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9/12/2012 04:11:00 AM
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प्रेरणादायी सन्देश..
Monday, September 3, 2012
'दरमियां..'
...
"रेज़ा-रेज़ा बहता दर्द..
नफ्ज़-नफ्ज़ दहकता अश्क..
काश..फ़ासला गहराता नहीं..
वफ़ा, रज़ा, ख़ता, सज़ा दरमियां..!!"
...
Writer/शब्दों के कारोबारी..
priyankaabhilaashi
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9/03/2012 06:41:00 AM
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बेज़ुबां ज़ख्म..