skip to main
|
skip to sidebar
प्रियंकाभिलाषी..
दस्तक-ए-मेहमान..
Facebook Badge
Priyanka Jain
Create Your Badge
Tuesday, January 4, 2011
'नमन..'
...
"चरणों में जिनके स्वर्ग हो..
ह्रदय में करुणा-भण्डार..
परम-कृपालु गुरु भगवंतों को..
नमन हो मेरा बारम-बार..!!"
...
2 ...Kindly express ur views here/विचार प्रकट करिए..:
संजय भास्कर
said...
"ला-जवाब" जबर्दस्त!!
January 5, 2011 at 6:11 PM
संजय भास्कर
said...
बहुत ही खूबसूरती से हर भाव को प्रस्तुत किया
January 5, 2011 at 6:12 PM
Post a Comment
Newer Post
Older Post
Home
Home
About
FAQ
Contact
Labels
ज़िन्दगी..
(1)
'दी..'
(20)
'पर्दादारी..'
(2)
अंतर्मन की पुकार..
(25)
अस्तित्व
(1)
उपकार..
(12)
कहानी..
(26)
ग़ज़ल..
(19)
गुरुजन..
(11)
जगजीत साब..
(1)
ज़मीनी हकीक़त..
(21)
जां
(1)
ज़िंदगी
(4)
ज़िन्दगी
(4)
ज़िन्दगी..
(35)
जीवन
(2)
ज्वलनशील-कथन..
(6)
तुम
(1)
त्रिवेणी..
(35)
दास्तान-ए-दिल..
(66)
देश-प्रेम..
(4)
दोस्त
(1)
दोस्ती
(2)
दोस्ती..
(15)
प्रेम
(3)
प्रेरणादायी सन्देश..
(23)
फंतासी..
(2)
बस यूँ ही..
(50)
बारिश..
(7)
बेज़ुबां ज़ख्म..
(109)
बेटू..
(3)
बेबाक हरारत..
(40)
माँ..
(14)
मेहमां यादें..
(15)
मोहब्बत
(5)
रुबाई..
(3)
रूमानियत..
(136)
वक़्त
(1)
सियासत के रंग..
(3)
स्मृति..
(5)
स्वच्छंद पंछी..
(9)
हम-ज़लीस/परम-प्रिय मित्र..
(10)
हल्का-फुल्का..
(8)
हास्य..
(6)
निरन्तर नया पाइए/Get new everytime..
तारीख़-ए-कलम..
►
2024
(1)
►
January
(1)
►
2023
(6)
►
April
(4)
►
March
(2)
►
2022
(10)
►
August
(1)
►
July
(1)
►
June
(1)
►
April
(2)
►
March
(1)
►
February
(1)
►
January
(3)
►
2021
(8)
►
August
(5)
►
June
(2)
►
January
(1)
►
2020
(2)
►
November
(1)
►
October
(1)
►
2019
(2)
►
February
(2)
►
2018
(4)
►
October
(2)
►
February
(1)
►
January
(1)
►
2017
(9)
►
December
(3)
►
October
(2)
►
July
(1)
►
June
(1)
►
May
(1)
►
April
(1)
►
2016
(17)
►
October
(1)
►
September
(4)
►
May
(1)
►
April
(3)
►
March
(3)
►
February
(3)
►
January
(2)
►
2015
(67)
►
November
(12)
►
October
(5)
►
September
(1)
►
August
(7)
►
July
(7)
►
June
(9)
►
May
(3)
►
April
(9)
►
March
(2)
►
February
(5)
►
January
(7)
►
2014
(112)
►
December
(4)
►
November
(9)
►
October
(6)
►
September
(6)
►
August
(2)
►
July
(9)
►
June
(9)
►
May
(10)
►
April
(9)
►
March
(17)
►
February
(15)
►
January
(16)
►
2013
(131)
►
December
(13)
►
November
(10)
►
October
(8)
►
September
(3)
►
August
(9)
►
July
(11)
►
June
(17)
►
May
(9)
►
April
(11)
►
March
(3)
►
February
(15)
►
January
(22)
►
2012
(127)
►
December
(13)
►
November
(11)
►
October
(8)
►
September
(15)
►
August
(17)
►
July
(10)
►
June
(5)
►
May
(7)
►
April
(15)
►
March
(16)
►
February
(4)
►
January
(6)
▼
2011
(209)
►
December
(14)
►
November
(10)
►
October
(26)
►
September
(19)
►
August
(14)
►
July
(32)
►
June
(13)
►
May
(17)
►
April
(16)
►
March
(15)
►
February
(14)
▼
January
(19)
'शब बना दे..'
'वज़ूद बिखरा-बिखरा..'
'फलसफा-ए-ज़िन्दगी..'
'महबूब की बाज़ुएँ..'
'कुछ जज़्बात..'
'अक्स हूँ..'
'बेरब्त वहशत..'
'रेज़ा-रेज़ा..'
'फ़रेबी अल्फाज़..'
'खुशियों का हलवा..'
'नैय्या मझधार..'
'नासूर-ए-इश्तिहार'
'रखना महफूज़..'
'बेबाक़ मंज़र की दास्तां..'
'ख्व़ाब बेशुमार..'
'ना दफ़ना सकोगे..'
'जिस्मानी ग़दर..'
'नमन..'
'दिव्य-दृष्टि का प्रसाद..'
►
2010
(241)
►
December
(18)
►
November
(21)
►
October
(18)
►
September
(21)
►
August
(14)
►
July
(11)
►
June
(20)
►
May
(23)
►
April
(24)
►
March
(22)
►
February
(22)
►
January
(27)
►
2009
(20)
►
December
(20)
2 ...Kindly express ur views here/विचार प्रकट करिए..:
"ला-जवाब" जबर्दस्त!!
बहुत ही खूबसूरती से हर भाव को प्रस्तुत किया
Post a Comment